पटना
बिहार में एक नेता को गधे की सवारी करना खासा महंगा पड़ा है। नेता जी कुछ अलग करने की चाहत में गधे पर सवार होकर नामांकन करने पहुंचे थे और खूब चर्चा भी बटोरे लेकिन इस चक्कर में अपने उपर केस करवा बैठे। मामला जहानाबाद का है, जहां जिला प्रशासन ने इस निर्दलीय प्रत्याशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया है। बिहार के जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मणि भूषण शर्मा नामांकन दाखिल करने के लिए गधे पर सवार होकर समाहरणालय पहुंचे थे और उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया। गधे पर नामांकन दाखिल करने समाहरणालय पहुंचने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी मणि भूषण शर्मा खूब चर्चा में आए। मणि भूषण शर्मा नाम के इस निर्दलीय प्रत्याशी के इस अनोखे अंदाज को देखकर वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने बताया कि वह अमीर नेताओं को आईना दिखाने के लिए ऐसा किया है।
नामांकन दाखिल करने के बाद वह गधे पर सवार होकर ही लोगों से खुद के लिए वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘आज नेताओं ने आम आवाम को गधा समझ लिया है और मैं भी एक आम भारतीय हूं, जिनके पास न तो महंगी गाड़ियां हैं और न ही पैसे। इस वजह से सबसे सस्ती और कर्मठ सवारी गधे पर बैठ कर लोगों से इस चुनाव में खुद को विजय बनाने की अपील कर रहा हूं.’लेकिन गधे पर सवारी करने के जुर्म में मजिस्ट्रेट सह सदर अंचलाधिकारी सुनील कुमार साह ने जहानाबाद नगर थाने में मणि भूषण शर्मा के खिलाफ पशु अत्याचार अधिनियम के तहत केस दर्ज करा दिया है। अंचलाधिकारी के मुताबिक शर्मा का यह कार्य पशु अत्याचार विरोधी अधिनियम का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है इसलिए उनके खिलाफ केस किया गया है। जहानाबाद के हुलासगंज प्रखंड के रहने वाले मणि भूषण शर्मा इससे पहले भी कई चुनाव लड़ चुके हैं।